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ईको फ्रंेडली त्योहार मनाने के दस तरीके — November 5, 2015

ईको फ्रंेडली त्योहार मनाने के दस तरीके

 diwali

अपने आस-पास के वातावरनण को शुद्ध रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि त्योहार मनाने के लिए ईको फेंडली तरीकों का इस्तेमाल किया जाये। अकसर त्योहार के मौके पर बहुत ज्यादा प्रदूषण हो जाता है। जिसकी वजह से पूरा वातावरण दमघोटूं हो जाता है। इस बार त्याहोर पर अपने घर और आस-पास के माहौल को खुशनुमा और पल्यूशन फ्री बनाये रखने के लिए ईकोफ्रेंडली त्योहार मनायें।

त्योहारों का मतलब ही है धूम-धड़ाका और ढेर सारी मस्ती। जब बात आती है दीवाली की तो आंखों के आगे चारों ओर जगमगाती बेशुमार रोशनी और पटाखों की तेज आवाज के साथ-साथ उपहारों का आदान-प्रदान, टेस्टी पकवान और मिठाईयों की सोंधी महक आने लगती है। लेकिन इस तरह से त्योहार मनाने से वातावरण बहुत ज्यादा प्रदूषित हो जाता है, जिसकी वजह से कई दिनों तक आस-पास का पूरा वातावरण दमघोटूं हो जाता है। थोड़े से प्रयास से त्योहार केा यादगार बनाने के साथ-साथ उसे एनवायमेंट फ्रेंडली भी बनाया जा सकता है

  1. परंपरागत तौर पर दीवाली के दिन मिट्टी के दिये जलाने का प्रचलन था, मिट्टी के दिये में सरसो का तेल डालकर दिया जलाया जाता था, जिससे आस-पास की नेगेटिव एनर्जी समाप्त होने के साथ-साथ वातावरण भी शुद्ध होता था। मिट्टी के दिये का आप दुबारा भी इस्तेमाल कर सकती हैं इसके अलावा इसकी खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए अर्थ फेंडली मटेरियल यानि की मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है। आजकल बाजार में रंग-बिरंगे पेंटेड दिये मिलते हैं, जिनको जलाने से निकलने वाले टाॅक्सिन्स से वातावरण प्रदूषित होता है। इस दिन मोमबत्ती जलाने से बचें क्योंकि, जब एक साथ बहुत सारी मोमबत्ती जलती है, तो फिर पूरा वातावरण प्रदूषित होता है। इससे बचने के लिए इस बार आप दीवाली के अवसर पर पेंटेड दियों और मोमबत्ती की बजाये तेल वाले सादे दिये जलायें।
  2. अपने त्योहार को ईको फेंडली बनाने के लिए त्योहार के अवसर पर बनायी जाने वाली रंगोली के लिए फूलों का इस्तेमाल करें। रंगोली बनाने का अर्थ है कि आप पक्षियों के साथ-साथ अपना जीवन और भोजन बांट रहे हैं, इसलिए रंगोली बनाने के लिए बाजार में मिलने वाले आर्टिफिशियल रंगों का इस्तेमाल करने की बजाये फूलों, चावल, आटे, हल्दी पाउडर, काॅफी और कुमकुम पाउडर आदि का इस्तेमाल करके मनचाही रंगोली बनायें। इसके अलावा गुलाब, गेंदे, चम्पा, चमेली आदि के फूलों के साथ-साथ केले के पत्ते आदि का इस्तेमाल भी रंगोली बनाने के लिए कर सकती हैं। इससे बनने वाली रंगोली दिखने में सुंदर लगने के साथ-साथ एनवायरमेंट फेंडली भी होती है। त्योहार के बाद जब आप इसे उठाकर बाहर रखेंगी, तो इससे पर्यावरण को कोई हानि नहीं होगी वरन इससे चिटियों और चिडि़यों आदि का पेट भरेगा। त्योहार के अवसर पर एकदूसरे केा मिठाई देने का प्रचलन है।
  3. इस बार त्योहार को कुछ खास बनाने के लिए अपने निकट संबंधियों और पड़ोसियों के लिए घर पर ही मिठाई खरदीें। घर पर बनी मिठाई खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कम खर्च में भी बनेगी। अगर आप घर पर मिठाई नहीं बना सकती हैं, तो फिर अपने आस-पास के मार्के से ही मिठाई खरीदें। मिठाईयों की पैकिंग के लिए बहुत सारे डिब्बे और पेपर्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे बनाने में बहुत सारे पेड़ कटते हैं, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे बचने के लिए आप अपने रिश्तेदारों और मित्रों को गिफ्ट देने के लिए पहले से पास में रखे डिब्बे का इस्तेमाल करें और खरीदारी के लिए जाते समय अपने साथ में थैला लेकर जायें, इससे आप प्लास्टिक की थैलियों का ना कह पायेंगी।
  4. त्योहार के अवसर पर एकदूसरे को उपहार देने का चलन है। आपको अपने संबंधियों को उपहार देना है, तो फिर हस्तनिर्मित उपहारों का चयन करें। आपको बाजार में ऐसे बहुत सारे उपहार मिल जायेंगे, जो हाथ से बने हुए हों मसलन जूट और कपड़े से बने खूबसूरत हैंड बैग और पर्स, काॅटन कुर्ते या हथकरघे की साड़ी या फिर हैंडमेड ज्यूलरी। उपहार का चयन आप जिसे उपहार दे रही हैं उसकी पर्सनैलिटी के आधार पर कर सकती हैं।
  5. ऽ अपने प्रियजनों को दिये जाने वाले उपहारों की पैकिंग करते समय रगबिरंगे ग्लाॅसी प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की बजाये उसे पेपर में पैक करें। क्योंकि प्लास्टिक पेपर के निर्माण में प्लास्टि के साथ-साथ मैटल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे रिसाइकिल करना मुश्किल होता है। बच्चों के उपहारों को पैक करने के लिए उनके मनपसंद कार्टून कैरेक्टर वाले पेपर का इस्तेमाल कर सकती हैं। पेपरपैकिंग एनवायरमेंट फेंडली होती है, इसका इस्तेमाल करके आप अपने वातावरण को ईकोफेंडली बना सकती हैं।
  6.  वातावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए बहुत ज्यादा पटाखे जलाने से बचें। जिन पैसों से आप पटाखे जलाते हैं उन पैसों से उपहार लेकर किसी जरूरतमंद को कपड़े और खाने की वस्तुएं दें, इससे आपकेा मानसिक सुकून मिलने के साथ-साथ आपने वातावरण को प्रदूषित नहीं किया इसका सुख भी मिलेगा।
  7.  त्योहार को ईकोफ्रेंडल तरीके से मनाने के लिए अपने घर को डेकोरेट करते समय उसमें हरे रंग की चीजों का समावेश करें तथा अपने निकट संबंधियों को उपहार में हरे पौधे दें तथा उन्हें भी प्रेरित करें कि वो भी अपने क्लोज लोगों को उपहार में ग्रीन प्लांट्स दें।
  8. त्योहार के मौके पर जहां तक हो सके अपने आस-पास से ही खरीदारी करें, इससे आपकी गाड़ी का पेटरोल डीजल बचने के साथ-साथ आपके समय की बचत भी होगी। अकसर त्योहारों के मौके पर टरैफिक जाम होता है, जिसकी वजह से बहुत सारा समय और प्राकृतिक ईधन खर्च होता है।
  9.  त्योहारों के मौके पर जहां तक हो सके पब्लिक टरांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। सभी रिश्तेदारों के घर जाने की बजाय ऐसी व्यवस्था करें कि आपके सभी मित्र और संबंधी किसी एक जगह पर एकत्रित हो जायें जहां पर आप एकदूसरे के साथ मिलकर त्योहार सेलिब्रिट करने के साथ-साथ एकदूसरे से उपहारों का आदान-प्रदान भी कर सकें। गैदरिंग के लिए जगह का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वहां तक पहुंचना सबके लिए आसान हो।
  10. त्योहार को पूरी तरह से इंज्वाॅय करने के लिए सारे काम पहले से ही निपटा लें मसलन किस को क्या उपहार देना है, क्या बनाना है, कौन से कपड़े पहनने हैं आदि चीजों की लिस्ट पहले से ही बना लें और उसके मुताबिक सारी चीजों की खरीदारी पहले से ही कर लें।